इंदौर शहर में अवैध हथियारों की खरीद फरोख्त पर अंकुश लगाने के लिये अवैध हथियार रखने के विरूद्ध धरपकड़ करने तथा तस्करों व ऐसी गतिविधियों में संलिप्त आरोपियों को गिरफ्त में लेने के लिये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती रूचिवर्धन मिश्र द्वारा इंदौर (शहर) द्वारा इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देशोे के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सूरज वर्मा के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राईम ब्रांच) अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच की टीमों को इस बिन्दु पर योजनाबद्ध तरीके से कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये गये थे।
शहर में अवैध हथियारों की खरीद फरोख्त में पूर्व में पकड़े गये आरोपियों एवं सिकलीगरों से पूछताछ में यह बात प्रकाश में आई थी कि इंदौर के सीमावर्ती जिलों धार, बड़वानी, खरगौन, खण्डवा देवास आदि जिलों के सिकलीगरों का संपर्क अन्य प्रदेशों से भी है जहां के तस्कर इंदौर सभाग के जिलो के सिकलीगरों से अवैध हथियार की खरीद फरोख्त कर देश के विभिन्न राज्यों में ऊँचे दामों में सप्लाय करते हैं। इन तस्करों के संबंध में सूचना संकलन के दौरान सिकलीगरों तक पहुंचने के कुछ रास्तों की क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा रूट मैपिंग की गई जिसमें यह पाया गया कि तस्कर किन रास्तों से सिकलीगरों तक पहुंचते हैं तथा अवैध हथियार लेकर किन रास्तों अथवा साधनों से अपने गंतव्य की ओर रवाना होते हैं। इन सिकलीगरों पर निगारानी के दौरान यह ज्ञात हुआ कि ग्राम पसलूद जिला बड़वानी का रहने वाला एक व्यक्ति रघु पिता बबलु कारोले उम्र 30 साल, बड़वानी के सिकलीगरों के डेरे से अवैध हथियारों की खेप लेकर, किसी तस्कर को डिलीवरी देने के लिये इंदौर आ रहा है।
सूचना पर क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा थाना कनाड़िया पुलिस के साथ सूचना को विकसित कर, संयुक्त कार्यवाही करते हुए छोटा राजवाड़ा मोर्या गार्डन के पास से घेराबंदी कर आरोपी रघु पिता बबलु कारोले को पकड़ा जिसकी मौके पर तलाशी लेने पर उसके कब्जे से 06 अवैध हथियार (कट्टे/पिस्टल) बरामद हुए। आरोपी के विरूद्ध थाना कनाड़िया में अपराध क्र 587/19 धारा 25 आर्म्स एक्ट के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। आरोपी रघु से की गई प्रांरभिक पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपी जिला बड़वानी, धार, जिला तथा खरगोन के सिकलीगरों से काफी लंबे समय से संपर्क में है, जोकि सभी जिलों के सिकलीगरों के डेरों में जाकर ऑर्डर पर बनाये गये अवैध हथियारों की तस्करी ग्राहकों को जगह जगह जाकर करता है।